डब्बा गुल: लगातार चार महीने से जीरो बिक्री! निसान एक्स-ट्रेल भारतीय बाज़ार से आउट
Source : business.khaskhabar.com | Oct 11, 2025 | 
जयपुर। भारतीय ऑटोमोबाइल बाज़ार में जापानी कार निर्माता निसान इंडिया की प्रीमियम एसयूवी एक्स-ट्रेल (X-Trail) का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक है। कंपनी की किफ़ायती एसयूवी मैग्नाइट किसी तरह बिक्री को संभाले हुए है, लेकिन लग्ज़री सेगमेंट में एक्स-ट्रेल भारतीय ग्राहकों को बिल्कुल भी आकर्षित नहीं कर पा रही है।
निसान एक्स-ट्रेल ने सितंबर 2025 में एक बार फिर शून्य (00 यूनिट) बिक्री दर्ज की, जो लगातार चौथा महीना है जब इस मॉडल ने बाज़ार में एक भी ग्राहक नहीं पाया है। जून, जुलाई, अगस्त और सितंबर में लगातार ज़ीरो बिक्री इस बात का स्पष्ट संकेत है कि यह मॉडल भारतीय बाज़ार से लगभग कट चुका है। पूरे साल 2025 में अब तक इस प्रीमियम एसयूवी की सिर्फ़ 111 यूनिट्स ही बिक पाई हैं।
निसान ने एक्स-ट्रेल को एक फुली लोडेड, 7-सीटर प्रीमियम एसयूवी के रूप में पेश किया था। यह एसयूवी केवल एक सिंगल वेरिएंट में बेची जाती है, जिसकी एक्स-शोरूम कीमत ₹49.92 लाख है। यह कार 7 एयरबैग, 4WD सिस्टम और कई एडवांस्ड सेफ्टी फीचर्स से लैस है, जो इसे तकनीकी रूप से एक ग्लोबल एसयूवी बनाते हैं।
हालांकि, इसकी भारी कीमत और बाज़ार में निसान ब्रांड की कमजोर उपस्थिति इसके ख़राब प्रदर्शन का मुख्य कारण है।
बाज़ार विशेषज्ञों का मानना है कि सीमित डीलर नेटवर्क और कम मार्केटिंग के चलते संभावित ख़रीदार टाटा हैरियर, हुंडई टक्सन, या टोयोटा फॉर्च्यूनर जैसी उन एसयूवी की ओर रुख कर रहे हैं, जिनका बाज़ार में मज़बूत ग्राहक आधार और बेहतर सर्विस नेटवर्क है।
यह डी1 सेगमेंट की एसयूवी (जिसकी टक्कर एमजी हेक्टर प्लस और टोयोटा फॉर्च्यूनर से है) का लगातार 'ज़ीरो सेल्स' दर्ज करना यह संकेत देता है कि निसान को भारतीय बाज़ार में अपनी रणनीति पर तुरंत बड़ा बदलाव करने की ज़रूरत है। सिर्फ़ एक या दो सफल मॉडल्स पर निर्भर रहकर कंपनी इस प्रतिस्पर्धी बाज़ार में लंबे समय तक टिक नहीं सकती।
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