सेकंड-हैंड इलेक्ट्रिक कार खरीदने से पहले इन तीन महत्वपूर्ण बातों का रखें ध्यान, नहीं तो हो सकता है बड़ा नुकसान
यह भी सच है कि इलेक्ट्रिक कारें मूल्यह्रास (डिप्रिसिएशन) में पारंपरिक पेट्रोल-डीजल कारों की तुलना में ज्यादा तेजी से अपनी कीमत खोती हैं, जिसका सबसे बड़ा कारण है बैटरी की स्थिति और उसकी ऊंची लागत। ऐसे समय में सही जानकारी ही खरीदार को सुरक्षित और समझदारी भरा निर्णय लेने में मदद कर सकती है।
खुली कंपनी के दावों की पोल, 1 लीटर पेट्रोल में उम्मीद से कम माइलेज दे रही यह SUV
कंपनी का दावा है कि इसका टर्बो ऑटोमैटिक वेरिएंट ARAI प्रमाणित 18.30 kmpl की माइलेज देता है। रियल माइलेज टेस्ट में सामने आई सच्चाई ऑटोकार इंडिया द्वारा किए गए रियल-वर्ल्ड टेस्ट में C3X के टर्बो-पेट्रोल ऑटोमैटिक वेरिएंट ने कंपनी के दावों के बिल्कुल विपरीत प्रदर्शन किया। शहर में यह SUV केवल 8.46 kmpl और हाईवे पर 13.38 kmpl तक ही चली।
हुंडई ने शुरू किया खास ऑफरः कंपनी दे रही आयोनिक 5 पर 7 लाख रुपए तक की बड़ी छूट
यह विशेष ऑफर कंपनी के मॉडल ईयर 2024 वाले वाहनों पर लागू है। वहीं, मॉडल ईयर 2025 की कारों पर कंपनी 2 लाख रुपये का कैश डिस्काउंट और 5,000 रुपये का स्क्रैपेज बोनस दे रही है। इस आकर्षक ऑफर का उद्देश्य बाज़ार में आयोनिक 5 की सुस्त होती बिक्री को गति देना है, क्योंकि पिछले महीने इस कार के सिर्फ 6 ही यूनिट बिके थे। इलेक्ट्रिक सेगमेंट में हुंडई की ही दूसरी कार क्रेटा इलेक्ट्रिक की एंट्री ने आयोनिक 5 की लोकप्रियता पर सीधा प्रभाव डाला है।
महिंद्रा का 27 नवंबर से पहले बड़ा खुलासा, XEV 9S का नया टीज़र जारी
अपनी श्रेणी में अकेली तीन-रो इलेक्ट्रिक SUV महिंद्रा XEV 9S को ब्रांड की अब तक की सबसे विशाल और प्रैक्टिकल इलेक्ट्रिक SUV माना जा रहा है। 27 नवंबर को इसके अनावरण के बाद यह XEV 9e के ऊपर स्थित होगी और अनुमान है कि इसकी कीमत 22 लाख से 35 लाख रुपये के बीच रखी जा सकती है। चूंकि भारतीय बाजार में तीन-रो इलेक्ट्रिक SUV का कोई सीधा प्रतिद्वंद्वी अभी मौजूद नहीं है, इसलिए XEV 9S अपने आप में एक नई श्रेणी बना सकती है।
आंध्र प्रदेश बनेगा देश का पहला इलेक्ट्रिक एयर टैक्सी मैन्युफैक्चरिंग हब, अनंतपुर में तैयार होगी स्काई फैक्ट्री
इस प्रोजेक्ट का सबसे बड़ा आकर्षण उसका पैमाना है। आंध्र प्रदेश सरकार ने अनंतपुर जिले में 500 एकड़ भूमि को इस हाई-टेक मैन्युफैक्चरिंग हब के लिए चिह्नित किया है। पहले चरण में सरला एविएशन 1,300 करोड़ रुपये का बड़ा निवेश करेगी। यह एमओयू मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू को केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू तथा राज्य मंत्री बी.सी. जनार्दन रेड्डी की उपस्थिति में सौंपा गया। सरकार का दावा है कि यह प्रोजेक्ट आने वाले वर्षों में आंध्र प्रदेश को एयरोस्पेस उत्पादन का अग्रणी केंद्र बना सकता है।
KTM की कई बाइक्स में आई खराबी, किया ग्लोबल रिकॉल, जानिए कैसे होगा फ्री में रिपेयर
कंपनी के क्वॉलिटी टेस्ट के दौरान यह पाया गया कि कुछ यूनिट्स में लगी फ्यूल टैंक कैप सील उसके गुणवत्ता मानकों पर पूरी तरह खरी नहीं उतर रही हैं। सील में मायने में मेटीरियल डेविएशन हो सकते हैं, जिससे छोटी-छोटी दरारें (क्रैक्स) बन सकती हैं। इससे ईंधन टैंक के कैप के आसपास लीक होने की संभावना होती है, जो न सिर्फ वाहन की विश्वसनीयता पर असर डाल सकता है बल्कि सुरक्षा के लिहाज से भी समस्या खड़ी कर सकता है।
ईवी इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर भारतीय शहरों में चंडीगढ़ सबसे आगे बना हुआ
मैपिंग और लोकेशन डेटा कंपनी हियर टेक्नोलॉजी और ग्लोबल ऑटोमोटिव रिसर्च फर्म एसबीडी ऑटोमोटिव ने मिलकर एक ईवी इंडेक्स रिलीज किया है, जिसमें कर्नाटक चार्जर की उपलब्धता में कमी होने के बावजूद अपने चार्जर-पर-बीईवी स्कोर के दम पर चौथे से दूसरे स्थान पर आ गया है।
भारत के यात्री वाहन उद्योग का वॉल्यूम चालू वित्त वर्ष में 4 प्रतिशत तक बढ़ने का अनुमान
रिपोर्ट में कहा गया है कि वित्त वर्ष 26 में पीवी सेगमेंट में इलेक्ट्रिक कार वॉल्यूम 1.75 लाख यूनिट रहने का अनुमान है, जिसके साथ ईवी पेनिट्रेशन के 3-4 प्रतिशत के मामूली स्तर पर रहने का अनुमान है। वित्त वर्ष 24 में ईवी की बिक्री में 83 प्रतिशत का उछाल दर्ज किया गया था, जबकि वित्त वर्ष 25 में यह उछाल 11 प्रतिशत का रहा था।
टाटा का नया गेम प्लान: अब 4 मीटर से बड़ी कारों में भी उपलब्ध होगा CNG और हाइब्रिड विकल्प
टाटा मोटर्स का 4 मीटर से बड़े वाहन सेगमेंट में CNG और हाइब्रिड पावरट्रेन लाना भारतीय ऑटो उद्योग की दिशा और प्रवृत्तियों के अनुरूप एक साहसिक और रणनीतिक कदम है। यह न केवल ग्राहकों को अधिक विकल्प देगा, बल्कि कंपनी की बाजार हिस्सेदारी बढ़ाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। आने वाले महीनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि इस नई रणनीति को बाजार किस तरह स्वीकार करता है।
इलेक्ट्रिक सेगमेंट में कोमाकी का बड़ा दांव, 15 रुपये में चले 200 किमी, फीचर्स देखकर रह जाएंगे दंग
Komaki MX16 Pro भारतीय EV क्रूज़र सेगमेंट में एक ताज़ा और प्रभावशाली विकल्प के रूप में सामने आई है। कम कीमत, बेहद कम रनिंग कॉस्ट, दमदार रेंज और प्रीमियम फीचर्स इसे उन ग्राहकों के लिए उपयुक्त बनाते हैं जो इलेक्ट्रिक क्रूज़र बाइक का अनुभव लेना चाहते हैं। आने वाले महीनों में यह मॉडल बजट-फ्रेंडली प्रीमियम इलेक्ट्रिक सेगमेंट में एक बड़ा खिलाड़ी बन सकता है।
टोयोटा इनोवा नहीं रही नंबर-1, हायराइडर ने किया बड़ा उलटफेर, कंपनी का पुराना सेल्स रिकॉर्ड भी टूटा
सितंबर 2022 में लॉन्च हुई हायराइडर लगातार अपना ग्राफ ऊपर ले जा रही है। अगस्त 2025 में 9,100 यूनिट के पूर्व रिकॉर्ड को जिस तरह अक्टूबर में पीछे छोड़ा गया, उसने कंपनी के अंदर भी उत्साह बढ़ा दिया। लगभग 28 kmpl तक की माइलेज क्षमता के कारण हायराइडर को भारत की सबसे फ्यूल-एफिशियंट एसयूवी में गिना जाता है, और यही इसकी लोकप्रियता का बड़ा कारण बन चुका है।
भारत में बंद हुई Hyundai Tucson: प्रीमियम SUV का प्रोडक्शन खत्म, बिक्री घटने पर कंपनी ने लिया फैसला
कंपनी ने एक ऑफिशियल बयान में कहा कि हुंडई टक्सन को भारतीय बाजार में डिसकंटिन्यू कर दिया गया है। हालांकि हम अपने मौजूदा ग्राहकों को सर्विस और सपोर्ट देना जारी रखेंगे। कंपनी ने आगे कहा कि यह कदम उसके कस्टमर सेंट्रिक फिलॉसफी और प्रोग्रेस फॉर ह्यूमैनिटी ब्रांड विजन के अनुरूप है।
रॉयल एनफील्ड की बड़ी तैयारी : दो वर्षों में नए मॉडल्स से बदलेगी बाज़ार की दिशा
इस नई बुलेट में 647.95 cc पैरेलल-ट्विन इंजन लगाया गया है, जो 47 बीएचपी और 52.3 एनएम टॉर्क जनरेट करता है। 6-स्पीड गियरबॉक्स के साथ यह इंजन बुलेट की पारंपरिक मेटल बॉडी और ओल्ड-स्कूल सिलुएट को आधुनिक परफॉर्मेंस से जोड़ता है। कंपनी इसे भारत में जल्द लॉन्च करेगी और यह बुलेट लाइन-अप का फ्लैगशिप मॉडल बनेगी। इसका उद्देश्य बुलेट के पैशन, विरासत और दमदार प्रदर्शन को एक नए स्तर पर ले जाना है।
बदल गया FASTag सिस्टम: टोल पर अब मिलेगा नया पेमेंट विकल्प, गलती की तो देना होगा ज्यादा अमाउंट
दरअसल, अब तक जिन वाहन चालकों का FASTag काम नहीं करता था, उन्हें दो ही रास्ते मिलते थे—या तो FASTag से सफल भुगतान हो जाए, या फिर कैश देकर दोगुना टोल चुकाना पड़े। कई वाहन मालिकों के लिए यह दोगुना शुल्क यात्रा को महंगा बना देता था, और इस स्थिति को देखते हुए सरकार ने एक नया विकल्प देने का निर्णय लिया है। नए नियमों के तहत, यदि FASTag स्कैन फेल हो जाए, तो अब UPI के माध्यम से भुगतान किया जा सकेगा। हालांकि इस भुगतान पर भी सामान्य टोल से अधिक राशि चुकानी होगी, लेकिन कैश की तुलना में यह बोझ कहीं कम होगा।