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Market News
बजाज फाइनेंस का मार्केटकैप लगभग 5,000 करोड़ रुपए घटा, टीसीएस और इन्फोसिस को भी हुआ नुकसान
शेयर बाजार में कमजोरी के चलते भारत की शीर्ष फाइनेंस कंपनियों में से एक बजाज फाइनेंस का बाजार मूल्यांकन इस सप्ताह 4,977.99 करोड़ रुपए घटकर 6,12,914.73 करोड़ रुपए...
ट्रंप का फार्मा पर 100 प्रतिशत टैरिफ भारत नहीं, अमेरिका को ही पहुंचाएगा नुकसान : विशेषज्ञ
विशेषज्ञों ने शुक्रवार को कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा फार्मास्यूटिकल्स पर लगाया गया 100 प्रतिशत टैरिफ भारत को नहीं, लेकिन अमेरिका को जरूर नुकसान पहुंचाएगा।
भारत का स्वर्ण भंडार 360 मिलियन डॉलर बढ़कर 92.78 बिलियन डॉलर हुआ, विदेशी मुद्रा भंडार 702.57 बिलियन डॉलर
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) द्वारा शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, 19 सितंबर तक भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 702.57 बिलियन डॉलर और गोल्ड रिजर्व 360 मिलियन डॉलर बढ़कर 92.78 बिलियन डॉलर हो गया।
जयपुर में पीबीपार्टनर्स का शानदार प्रदर्शन – हेल्थ इंश्योरेंस बिज़नेस 108% बढ़ा और पार्टनर नेटवर्क 5 गुना हुआ
पॉलिसीबाज़ार की पीओएसपी शाखा, पीबीपार्टनर्स ने जयपुर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया. इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में राजस्थान के स्वास्थ्य बीमा बाज़ार में पीबीपार्टनर्स द्वारा दर्ज की...
अमेरिकी टैरिफ से लाल निशान में खुला शेयर बाजार, फार्मा शेयरों पर दबाव
भारतीय शेयर बाजार की शुरुआत शुक्रवार के कारोबारी सत्र में गिरावट के साथ हुई। सुबह 9:18 पर सेंसेक्स 197 अंक या 0.24 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 80,962 और निफ्टी 66 अंक या 0.27 प्रतिशत की गिरावट के साथ 24,819 पर था।
भारत में एनएसई के पंजीकृत निवेशकों की संख्या 12 करोड़ यूनिक इन्वेस्टर्स के पार
निवेशक आधार का विस्तार, समय के साथ काफी तेज़ हुआ है। एनएसई के संचालन शुरू होने के 14 साल बाद रजिस्टर्ड निवेशक आधार 1 करोड़ तक पहुँचा, अगले 1 करोड़ जोड़ने में लगभग सात साल लगे, उसके बाद 1 करोड़ जोड़ने में लगभग ढाई साल और उसके बाद 1 करोड़ जोड़ने में एक साल से थोड़ा अधिक समय लगा। यानि, मार्च 2021 में रजिस्टर्ड निवेशक आधार 4 करोड़ तक पहुँचने में 25 साल से ज्यादा लगे, जबकि उसके बाद अगले 1 करोड़ निवेशक सिर्फ 6-7 महीनों में जुड़ गए।
भारतीय शेयर बाजार लाल निशान में खुला, आईटी शेयरों पर दबाव
भारतीय शेयर बाजार बुधवार के कारोबारी सत्र में लाल निशान में खुला। शुरुआती सत्र में बाजार के ज्यादातर सूचकांक दबाव के साथ कारोबार कर रहे थे। सुबह 9:29 पर सेंसेक्स 311.90 अंक या 0.38 प्रतिशत की गिरावट के साथ 81,790.20 और निफ्टी 106.40 अंक या 0.42 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 25,062.65 पर था।
दीपावली पर इस बार शाम को नहीं होगी मुहूर्त ट्रेडिंग, जारी हुआ शेड्यूल
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) की ओर से सोमवार को दीपावली पर होने वाली मुहूर्त ट्रेडिंग का शेड्यूल जारी कर दिया गया है। आमतौर पर यह स्पेशल सेशन शाम को होता है लेकिन इस साल यह दोपहर को होगा।
मामूली गिरावट के साथ खुला भारतीय शेयर बाजार, आईटी शेयर टूटे
सकारात्मक वैश्विक संकेतों के बीच सोमवार को भारतीय शेयर बाजार मामूली गिरावट के साथ खुला। नए अमेरिकी एच-1बी वीजा नियम को लेकर चिंताओं के बीच शुरुआती कारोबार में आईटी शेयरों में गिरावट रही।
अदाणी पावर भारत के कॉरपोरेट इतिहास में टर्नअराउंड का एक अच्छा उदाहरण, शेयर में आ सकती है 29 प्रतिशत की तेजी : मॉर्गन स्टेनली
अदाणी पावर लिमिटेड (एपीएल) पर शुक्रवार को ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म मॉर्गन स्टेनली ने 'ओवरवेट' की सलाह दी
बीएसई पर सूचीबद्ध सभी कंपनियों का संयुक्त मूल्यांकन 11 महीनों के उच्चतम स्तर पर पहुंचा
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) पर सूचीबद्ध सभी कंपनियों का मूल्यांकन 11 महीनों के उच्चतम स्तर 465 लाख करोड़ रुपए पर पहुंच गया है।
जीएसटी सुधारों के कारण वित्त वर्ष 2026 में भारत की जीडीपी 6.5 प्रतिशत की दर से बढ़ेगी : रिपोर्ट
जीएसटी सुधारों के कारण वित्त वर्ष 2026 में भारत की अर्थव्यवस्था 6.5 प्रतिशत की दर से तेजी से बढ़ेगी, जो पिछले अनुमान 6 प्रतिशत से अधिक है...
जीएसटी सुधारों से 3 किलोवाट के रूफटॉप सोलर सिस्टम की कीमत में आएगी 10,500 रुपए तक की कमी
जीएसटी सुधारों में नवीकरणीय ऊर्जा पर टैक्स की दर को 12 प्रतिशत से घटाकर 5 प्रतिशत कर दिया गया है...
स्थिर मुद्रास्फीति और तेल कीमतों के बीच नवंबर तक सरकारी बॉन्ड यील्ड में 10 आधार अंकों की गिरावट की संभावना : रिपोर्ट
स्थिर मुद्रास्फीति और तेल कीमतों के बीच नवंबर तक सरकारी बॉन्ड यील्ड में 10 आधार अंकों की गिरावट की संभावना : रिपोर्ट नई दिल्ली, 17 सितंबर (आईएएनएस)। अनुकूल मुद्रास्फीति के आंकड़ों और तेल की स्थिर कीमतों के कारण अगले तीन महीनों में बेंचमार्क भारतीय बॉन्ड यील्ड में थोड़ी गिरावट आने की उम्मीद है। यह जानकारी बुधवार को आई एक रिपोर्ट में दी गई। रिसर्च फर्म क्रिसिल इंटेलिजेंस की रिपोर्ट में कहा गया है कि 10-ईयर सरकारी बॉन्ड यील्ड, जो 31 अगस्त को 6.59 प्रतिशत था, सितंबर के अंत तक 6.42 -6.52 प्रतिशत और नवंबर के अंत तक 6.38 -6.48 प्रतिशत के दायरे में आने की उम्मीद है। स्टेट डेवलपमेंट लोन यील्ड नवंबर तक 7.23 प्रतिशत से घटकर 7.15 -7.25 प्रतिशत के दायरे में आने की उम्मीद है, जबकि 10-ईयर कॉर्पोरेट बॉन्ड यील्ड 7.19 प्रतिशत से घटकर 7.08-7.18 प्रतिशत के दायरे में आ सकता है। क्रिसिल ने बताया कि तेल की नरम कीमतें भू-राजनीतिक जोखिमों और वैश्विक विकास में धीमी गति के प्रभावों की भरपाई कर रही हैं। यील्ड को प्रभावित करने वाले प्रमुख कारक अमेरिकी फेडरल ओपन मार्केट कमेटी का आगामी निर्णय, अगस्त में घरेलू बाजार में औसतन 2.84 लाख करोड़ रुपये की तरलता, चल रही अमेरिका-भारत व्यापार वार्ताएँ और अस्थिर विदेशी पूंजी प्रवाह हैं। 1 जुलाई से 8 सितंबर के बीच, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने कुल 1.02 लाख करोड़ रुपए के भारतीय शेयर बेचे, जिनमें से सितंबर के पहले छह सत्रों में 7,800 करोड़ रुपए की बिक्री हुई। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति द्वारा अक्टूबर की बैठक में रेपो दर में कटौती की संभावना कम है, क्योंकि केंद्रीय बैंक ने एक विराम की घोषणा की है और संकेत दिया है कि आगे कोई भी हस्तक्षेप आंकड़ों पर निर्भर करेगा। रिपोर्ट के अनुसार, हाल ही में जीएसटी को रेशनलाइज बनाने के कारण वास्तविक राजकोषीय प्रभाव अपेक्षा से कम होगा। भारत की पहली तिमाही की जीडीपी वृद्धि दर 7.8 प्रतिशत तक पहुंच गई है और सरकार द्वारा जीएसटी स्ट्रक्चर को सरल बनाने के फैसले से अर्थव्यवस्था में लगभग 50,000 करोड़ रुपए आने की उम्मीद है, जिससे घरेलू खपत को बढ़ावा मिलेगा। एसबीआई कैपिटल मार्केट्स ने हाल ही में कहा था कि अमेरिका और ब्रिटेन में राजकोषीय तनाव वैश्विक व्यापार तनाव को जटिल बना रहा है और बढ़ते कर्ज के बोझ के कारण बॉन्ड यील्ड कर्व और अधिक बढ़ रहा है। --आईएएनएस एसकेटी/
स्थिर मुद्रास्फीति और तेल कीमतों के बीच नवंबर तक सरकारी बॉन्ड यील्ड में 10 आधार अंकों की गिरावट की संभावना : रिपोर्ट नई दिल्ली, 17 सितंबर (आईएएनएस)। अनुकूल मुद्रास्फीति के आंकड़ों और तेल की स्थिर कीमतों के कारण अगले तीन महीनों में बेंचमार्क भारतीय बॉन्ड यील्ड में थोड़ी गिरावट आने की उम्मीद है। यह जानकारी बुधवार को आई एक रिपोर्ट में दी गई। रिसर्च फर्म क्रिसिल इंटेलिजेंस की रिपोर्ट में कहा गया है कि 10-ईयर सरकारी बॉन्ड यील्ड, जो 31 अगस्त को 6.59 प्रतिशत था, सितंबर के अंत तक 6.42 -6.52 प्रतिशत और नवंबर के अंत तक 6.38 -6.48 प्रतिशत के दायरे में आने की उम्मीद है। स्टेट डेवलपमेंट लोन यील्ड नवंबर तक 7.23 प्रतिशत से घटकर 7.15 -7.25 प्रतिशत के दायरे में आने की उम्मीद है, जबकि 10-ईयर कॉर्पोरेट बॉन्ड यील्ड 7.19 प्रतिशत से घटकर 7.08-7.18 प्रतिशत के दायरे में आ सकता है। क्रिसिल ने बताया कि तेल की नरम कीमतें भू-राजनीतिक जोखिमों और वैश्विक विकास में धीमी गति के प्रभावों की भरपाई कर रही हैं। यील्ड को प्रभावित करने वाले प्रमुख कारक अमेरिकी फेडरल ओपन मार्केट कमेटी का आगामी निर्णय, अगस्त में घरेलू बाजार में औसतन 2.84 लाख करोड़ रुपये की तरलता, चल रही अमेरिका-भारत व्यापार वार्ताएँ और अस्थिर विदेशी पूंजी प्रवाह हैं। 1 जुलाई से 8 सितंबर के बीच, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने कुल 1.02 लाख करोड़ रुपए के भारतीय शेयर बेचे, जिनमें से सितंबर के पहले छह सत्रों में 7,800 करोड़ रुपए की बिक्री हुई। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति द्वारा अक्टूबर की बैठक में रेपो दर में कटौती की संभावना कम है, क्योंकि केंद्रीय बैंक ने एक विराम की घोषणा की है और संकेत दिया है कि आगे कोई भी हस्तक्षेप आंकड़ों पर निर्भर करेगा। रिपोर्ट के अनुसार, हाल ही में जीएसटी को रेशनलाइज बनाने के कारण वास्तविक राजकोषीय प्रभाव अपेक्षा से कम होगा। भारत की पहली तिमाही की जीडीपी वृद्धि दर 7.8 प्रतिशत तक पहुंच गई है और सरकार द्वारा जीएसटी स्ट्रक्चर को सरल बनाने के फैसले से अर्थव्यवस्था में लगभग 50,000 करोड़ रुपए आने की उम्मीद है, जिससे घरेलू खपत को बढ़ावा मिलेगा। एसबीआई कैपिटल मार्केट्स ने हाल ही में कहा था कि अमेरिका और ब्रिटेन में राजकोषीय तनाव वैश्विक व्यापार तनाव को जटिल बना रहा है और बढ़ते कर्ज के बोझ के कारण बॉन्ड यील्ड कर्व और अधिक बढ़ रहा है। --आईएएनएस एसकेटी/
अनुकूल मुद्रास्फीति के आंकड़ों और तेल की स्थिर कीमतों के कारण अगले तीन महीनों में बेंचमार्क भारतीय बॉन्ड यील्ड में थोड़ी गिरावट आने की उम्मीद है...
भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता फिर से शुरू होने के बीच दो सप्ताह बाद रुपया 88 के नीचे मजबूत खुला
भारत और अमेरिका के बीच नए सिरे से व्यापार वार्ताओं के चलते बुधवार को भारतीय रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 23 पैसे मजबूती के साथ 87.82 पर खुला...
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